Last Updated:
एक भावनात्मक गाना सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है, जो शिक्षकों की इसी पीड़ा को स्वर देता है. यह गीत न सिर्फ यूट्यूब पर, बल्कि फेसबुक और शिक्षकों के वॉट्सएप ग्रुपों में भी तेजी से शेयर किया जा र…और पढ़ें

ACS सिद्धार्थ की तस्वीर
हाइलाइट्स
- बिहार के शिक्षकों का ट्रांसफर-पोस्टिंग गीत वायरल.
- गीत में ACS से न्यायपूर्ण प्रक्रिया की अपील.
- AI से बना गीत, शिक्षकों ने खुद लिखे बोल.
सीतामढ़ी:- बिहार के शिक्षकों के बीच ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर बेचैनी लगातार बनी हुई है. चाहे वह बीपीएससी से चयनित शिक्षक हों, सक्षमता पास हों या फिर नियोजित शिक्षक, सभी शिक्षा विभाग की तरफ से होने वाले स्थानांतरण की राह तक रहे हैं. इसी बीच, एक भावनात्मक गाना सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है, जो शिक्षकों की इसी पीड़ा को स्वर देता है. यह गीत न सिर्फ यूट्यूब पर, बल्कि फेसबुक और शिक्षकों के वॉट्सएप ग्रुपों में भी तेजी से शेयर किया जा रहा है. शिक्षक समुदाय इस गीत को अपना स्वर मानते हुए भरपूर सराहना कर रहे हैं.
शिक्षकों ने गीत को बताया ‘आवाज़’
इस गीत के कॉमेंट सेक्शन में कई शिक्षक लिखते हैं, इससे बेहतर तरीका नहीं हो सकता अपनी बात रखने का. यह गीत शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों तक जरूर पहुंचना चाहिए. कुछ लोगों का तो मानना है कि यह गाना अपर मुख्य सचिव (ACS) एस. सिद्धार्थ तक पहुंच चुका होगा और वह शिक्षकों की भावना को समझेंगे.
AI से बना गीत, शिक्षक ने खुद लिखे बोल
इस गीत को TRE-2 शिक्षक पी.एस. ठाकुर ने लिखा है. उन्होंने Local 18 से बातचीत में बताया कि गीत के बोल उन्होंने स्वयं लिखे हैं, लेकिन इसकी आवाज़ और संगीत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से तैयार किया गया है. उनका कहना है कि इस गीत के माध्यम से वह लाखों शिक्षकों की भावना को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं.
ACS से लगाई अपील
गीत में शिक्षक समुदाय की ओर से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ से अपील की गई है कि वे जल्द से जल्द ट्रांसफर-पोस्टिंग प्रक्रिया को न्यायपूर्ण और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराएं. गीत में यह भी कहा गया है कि कई शिक्षक वर्षों से दूरस्थ जिलों में तैनात हैं, जिससे परिवार और बच्चों पर भी असर पड़ रहा है. गीत का बोल कुछ इस प्रकार है: “बोल रहा है बिहार आज, शिक्षक कर रहे हैं गुहार, ACS सिद्धार्थ सर अब कीजिए जीर्णमय तत्काल…स्थानांतरण हो न्यायपूर्ण, न हो अब इंतज़ार…”
लेखक की उम्मीदें
पी.एस. ठाकुर ने कहा कि इस गीत के माध्यम से हम अपने भरोसे और उम्मीद को व्यक्त कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि ACS सिद्धार्थ सर हमारी व्यथा को समझें और जल्द कोई सकारात्मक निर्णय लें. शिक्षक समाज उनके प्रयासों की सराहना करता है और इस बार उम्मीद की किरण उन्हीं से है. यह गीत अब बिहार के शिक्षा जगत में एक भावनात्मक प्रतीक बन चुका है और उम्मीद की जा रही है कि यह प्रशासन को भी सोचने पर मजबूर करेगा.
Leave a Comment