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एक महिला को 30 साल पहले जादूगरों की सोसाइटी से निकाल दिया गया था. उसका कसूर था कि उसने खुद को पुरुष जादूगर बताया और सोसाइटी की सदस्यता भी हासिल कर ली थी. इसी साल उनसे माफी मांग कर उनके सदस्यता भी उन्हें लौटाई ग…और पढ़ें

उस दौर में महिला जादूगरों को सोसाइटी का सदस्य नहीं बनाया जाता था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
हाइलाइट्स
- महिला ने खुद को पुरुष बताकर मैजिक सोसाइटी की सदस्यता हासिल की.
- 30 साल बाद सोसाइटी ने माफी मांगकर सदस्यता लौटाई.
- सोफिया लॉयड ने 1991 में यह ट्रिक की थी.
आप ने बहुत से जादूगरों की ट्रिक्स देखी होंगी. बहुतों को लोगों को धोखा देते या बेवकूफ बनाते देखा होगा. पर क्या ऐसा हो सकता है कि किसी जादूगर ने मैजिक सोसाइटी को ही धोखे में रखने में कामयाबी हासिल की हो. जी हां एक महिला ऐसा ही किया था और उसने खुद को पुरुष बता कर सोसाइटी की सदस्यता भी हासिल कर ली थी. बाद में उसकी सदस्यता खत्म कर दी गई. लेकिन 30 साल बाद सोसाइटी ने उसे खोजा, उनसे माफी मांगी और उसकी सदस्यता ससम्मान वापस दी.
शुरू से महिलाओं को नहीं मिलता था प्रवेश
हम बात कर रहे हैं जादूगर सोफिया लॉयड की. उन्होंने 1991 में एक बहुत ही शानदार ‘ट्रिक’ की थी उन्होंने मैजिक सर्कल को यह यकीन दिला दिया था कि वे एक पुरुष हैं. जी हां, 1905 में बने मैजिक सर्कल में शुरू से ही पुरुषों को प्रवेश दिया जाता था और महिलाएं का प्रवेश वर्जित था. इसकी दलील भी मज़ेदार थी. सर्किल का मानना था कि महिलाएं अपने गुप्त बातों को गुप्त नहीं रख पाती हैं.
कोई और ही तरीका अपनाना होगा
1991 में भी सोफिया के साथ यही समस्या था. उस दौर की कई महिलाएं जादूगर भी उस सोसाइटी की सदस्यता हासिल नहीं कर पा रही थीं. इसलिए सोफिया ने सोचा कि उन्हें कोई और रास्ता अपनाना होगा. मार्च 1991 में सोफिया ने खुद को रेमंड की पेश कर प्रवेश परीक्षा में भाग लिया और उन्होंने सफलता भी मिल गई. सोफिया बताती हैं कि उन्होंने पहले भी लड़के का किरदार निभाया था, फिर भी उन्होंने कड़ी मेहनत कर तैयारी की थी.

सोफिया लॉयड लड़का बन कर मैजिक सर्कल की पहली महिला जादूगर बनी थीं. (तस्वीर: Instagram)
कैसे बदला खुद को लड़के में
सोफिया का कहना है कि उन्हें अपने चेहरे में कुछ बदलाव करने पड़े. उन्हें अपने जबड़े में ब्रेसेस लगवाने पड़े जिससे वे पुरुषों की तरह दिख सकें. महिला वाले हाथ छिपाने के लिए उन्हें हमेशा ही अपने हाथ ग्लब्स में रखने पड़े थे. लेकिन असल चुनौती तब आई जब परीक्षा के बाद उन्हें परीक्षक ने ड्रिंक्स के लिए आमंत्रित किया. सोफिया को पौने दो घंटों तक वहां बैठना पड़ा और गले में गड़बड़ी है, ऐसा जताना पड़ा जिससे आवाज़ से उन्हें महिला की तरह ना पहचान लिया जाए.
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आखिर रेमंड लॉयड ने वह टेस्ट पास कर लिया और उन्हें सदस्यता सर्टिफिकेट मिल गया. इतना ही नहीं सोफिया ने रेंमंड बन कर कई शो किए और सर्कल के सदस्यों के साथ मेल जोल भी रखा. उसी साल अक्टूबर में यह चर्चा होने लगी कि सोसाइटी सदस्यता महिलाओं को मिलने लगेगी. जेनी और सोफिया ने ऐसे में अपनी पहचान उजागर करने का फैसला किया. लेकिन यहीं गड़बड़ हो गई. आखिर सोफिया की सदस्यता रद्द हो गई, लेकिन 30 साल लोगों की मांग उठी की सोफिया की सदस्यता बहाल की जानी चाहिए और उनसे माफी मांगनी चाहिए. आखिर पिछले साल उनकी खोज शुरू की गई और उनसे औपचारिक माफी मांग कर उन्हें उनकी सदस्यता लौटाई गई.
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