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बगदाद के अली अल मान्दलावी की दुकान में बहुत ही अनूठी है. इसमें कुछ सौ या हजार नहीं बल्कि दस लाख पेंसिल हैं. अंकिता कुमारी ने इस अनोखी दुकान को खोजा और सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया. लोगों ने मन्दलावी की याद्…और पढ़ें

बगदाद की यह दुकान 40 साल पुरानी है. (तस्वीर: Instagram video grab)
हाइलाइट्स
- बगदाद में 10 लाख पेंसिलों की अनोखी दुकान है
- अली अल मान्दलावी की दुकान में 10 लाख पेंसिलें हैं
- उन्हें पूरा याद है कि हर पेंसिल कहां रखी हुई है
किसी को करेंसी नोट जमा करने का शौक होता है, किसी को सिक्के का, तो किसी को किसी ना किसी तरह की अनूठी चीजों को जमा करने का. आपको भी किसी ना किसी तरह का शौक जरूर होगा. पर कई लोगों के शौक जानकर हैरानी होती है. और उनके शौक में उनका हुनर भी छिपा होता है. एक ऐसा ही शख्स है जिसे पेंसिल जमा करने का शौक है. लेकिन वह केवल उन्हें जमा नहीं करके नहीं रखता, बल्कि उसकी पेंसिल की दुकान है. दुकान कीखास बात ये है कि दस लाख पेसिंल हैं.
मुश्किल से मिली दुकान
इस दुकान के बारे में सोशल मीडिया पर एक भारत की अंकिता कुमारी ने जानकारी दी है. उनका कहना है कि उन्होंने बहुत ही मुश्किल से ये दुकान खोजी है. पहले उन्हें लग रहा था कि यह दुकान तेहरान में हैं, उन्होंने उसे तेहरान में खोजा भी था. लेकिन आखिर उन्होंने बगदाद में ऐसी दुकान मिल ही गई.
दस लाख पेंसिल
यह दुकान बगदाद के अली अल मान्दलावी की है जो 40 सालों से यह दुकान चला रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि छोटी सी जगह पर इस दुकान में दस लाख पेंसिल हैं और उन्होंने बहुत ही अनूठे ढंग से रखा गया है जिससे पेंसिल के सिरे कई जगह अनोखी आकृतियां बनाती भी दिखाई दे रही हैं. कहीं कोई डिजाइन बनी है तो कहीं कोई चेहरा.
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