छोटे द्वीप के रैटलस्नेक सांपों में होते हैं ज्यादा किस्म के जहर, नई स्टडी ने किया चकित!

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वैज्ञानिकों ने रैटलस्नेक की एक स्टडी में पाया है कि उसमें रहने की जगह के आधार पर अलग अलग तरह के जहरीले तत्व पाए जाते हैं. 11 द्वीपों से 83 रैटलस्नेक के नमूने लेकर हए इस अध्ययन में पाया गया कि बड़े द्वीपों के स…और पढ़ें

सांपों के जहर को लेकर साइंटिस्ट सोच रहे थे कुछ, स्टडी में निकली अलग ही बात

रैटलस्नेक सांप दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक माना जाता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)

हाइलाइट्स

  • छोटे द्वीपों के सांपों में ज्यादा किस्म के जहर पाए गए
  • बड़े द्वीपों के सांपों में कम प्रकार के जहर होते हैं
  • शोध में 83 रैटलस्नेक के नमूने लिए गए

सांप कई तरह के होते हैं और उनके जहर भी. पर क्या आप जानते हैं कि एक सांप में भी कई तरह के जहर होते हैं. आपको शायद यह भी पता ना हो कि कुछ सांपों में ज्यादा तरह के जहर होते हैं तो कुछ में कम. सांपों के जहर वैज्ञानिकों के लिए हमेशा ही शोध का विषय रहे हैं. एक नई स्टडी में वैज्ञानिकों को हैरत में ही डाल दिया है कि उन्हें नतीजे ही ऐसे मिले हैं. पता चला है कि कुछ द्वीपों में रैटलस्नेक सांपों की ऐसी जनसंख्या पनपी है, जिनमें उम्मीद के उलट, जहर कम प्रकार के पाए गए हैं.

83 सापों का से लिए गए नमूने
दक्षिण फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी क डॉ मार्क मार्गरेस और डॉक्टोरल छात्र सैमुअल हर्स्ट ने अपनी रिसर्च में कैलिफोर्निया की खाड़ी के करीब 11 द्वीपों से 83 रैटलस्नेक के नमूने हासिल कर उनका अध्ययन किया. शोधकर्ताओं ने उनके जहर निकाले और उनके आवास के हालात और अन्य आधार पर उनके जहरीले तत्वों का अध्ययन किया.

उम्मीद से उलट नतीजा
शोधकर्ताओं ने पाया कि आवास में बिखराव सांपों के जहर में एक बड़ा कारक था. पहले माना जाता था कि बड़े द्वीपों में शिकार अधिक प्रकार के होते हैं और हालात भी बहुत अलग अलग होते हैं जिससे जहर जटिल तरह के बनते होंगे. लेकिन उन्होंने उलट ही पाया. बड़े द्वीपों के सांपों में कम तरह के जहर देखने को मिले.

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सांप के जहर के इलाज के लिहाज से यह अध्ययन बहुत ही उपयोगी माना जा रहा है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)

छोटी जगह के सांपों में कम तरह के जहर
हैरानी की बात ये थी छोटे द्वीपों में सांपों में ज्यादा तरह के जहर देखने को मिले. जबकि ऐसी जगहों पर शिकार के विकल्प कम होते हैं. फिर भी सांपों में कई तरह के जहर का मिलना जगह के पनपने के बारे में एक चुनौतीपूर्ण तथ्य के तौर पर सामने आया. शोधकर्ताओं का कहना है कि शहरों, सड़कों, खेतों और अन्य मानवीय दखलंदाजी के चलते सांपों के भी आवास में बिखराव आया और कई स्तर पर बदलाव देखने को मिले जिनमें सांपों के जहर भी शामिल है.

कई वजह से बदलता है जहर
सांपों का जहर किन कारणों से बनता है और समय के साथ उसमें किस तरह से बदलाव और विविधता आती है, यह वैज्ञानिकों के लिए बहुत ही अहम जानकारी है.  इसमें प्रतियोगिता, जलवायु के दबाव आदि कई कारक भी असर डालते हैं. जहर का तोड़ निकालना सांपों के अध्ययन में सबसे प्रमुख विषयों में से एक है.

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अभी तक कई सांपों के जहर के तोड़ नहीं निकाला जा सकता है. लेकिन ऐसे जहर का इलाज सांपों के खुद के जहरों से ही निकलता है. इवोल्यूशन में प्रकाशित अध्ययन बताता है कि सांपों के जहर के अध्ययन में अलग अलग आवास की अहमियत क्यों ज्यादा है. और यह भी  पता चलता है कि जानवर कैसे तेजीसे बदलते हालात में खुद को ढाल लेते हैं.

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