A thousand year old mystery hidden near Vaira Luhasa village

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भरतपुर के लुहासा गांव में एक हजार साल पुराना रहस्य छुपा है. मुखिया के गलत फैसले से गांव वीरान हो गया. आज भी लोग यहां जाने से डरते हैं. चामड़ माता का मंदिर और वीर बाबा का थान बाहर है.

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भरतपुर

भरतपुर का भूतिया गांव

हाइलाइट्स

  • भरतपुर के लुहासा गांव में हजार साल पुराना रहस्य छुपा है.
  • मुखिया के गलत फैसले से गांव वीरान हो गया.
  • लोग दिन में भी अकेले गांव जाने से डरते हैं.

भरतपुर:- राजस्थान के भरतपुर जिले के वैर उपखंड में बसा लुहासा गांव आज भी वीरान है. लेकिन इसकी वीरानी के पीछे छुपा है एक हजार साल पुराना रहस्य. कहते हैं कि यहां कभी एक समृद्ध और खुशहाल गांव हुआ करता था, लोग सुख-शांति से जीवन बिताते थे. लेकिन एक दिन गांव के मुखिया के एक गलत फैसले ने सबकुछ बदलकर रख दिया.

स्थानीय निवासी विष्णु मित्तल ने लोकल 18 को बताया कि यह कहानी काफी पुरानी है. इस गांव के मुखिया ने एक निर्दोष व्यक्ति के साथ अन्याय किया. अपमान और दुःख से आहत उस व्यक्ति ने अपनी जान दे दी. कहते हैं कि तभी से गांव में अजीबोगरीब आवाजें गूंजने लगीं. चीखें, कराहटें और फुसफुसाहटों ने पूरे गांव को डर के साए में डुबो दिया. भय इतना बढ़ गया कि एक-एक कर गांववालों ने अपना घर छोड़ दिया.

अकेले इस इलाके में जाने से डरते हैं लोग
समय के साथ लुहासा गांव पूरी तरह उजड़ गया. आज यहां बस खंडहर बचे हैं. टूटी-फूटी हवेलियां और वीरान गलियां, दिन के समय भी स्थानीय लोग अकेले इस इलाके में जाने से डरते हैं. अगर जाना हो भी, तो समूह में ही हिम्मत कर पाते हैं. रात के समय यहां कदम रखना सख्त मना है. गांव की सीमा के बाहर दो पवित्र स्थल है. चामड़ माता का मंदिर और वीर बाबा का थान, महिलाएं और श्रद्धालु यहां पूजा करते हैं. लेकिन गांव के अंदर प्रवेश करने की हिम्मत कोई नहीं करता, बल्कि चुपचाप परिक्रमा करके लौट जाते हैं.

डरावनी चीखों से भर जाता है इलाका
आज भी लुहासा गांव का यह रहस्य साहसिक यात्रियों और रहस्य प्रेमियों के बीच खासा चर्चित है. कई लोग दिन के उजाले में इस वीरान खंडहर से गुजरने का साहस जुटाते हैं. लेकिन कहते हैं कि जैसे-जैसे सूरज ढ़लता है, इस उजड़े संसार की खामोशी डरावनी चीखों में बदल जाती है. लुहासा गांव जो कभी खुशी के जीवन से भरा था, लेकिन आज अपने अतीत की दहशत में जिंदा है. रहस्यों से भरा हुआ एक गुमनाम गवाही बनकर रह गया है.

डिस्क्लेमर:
यह सारी बातें स्थानीय लोगों के बताए अनुसार है. Local 18 किसी भी अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता और ना ही इस तरह की बातों पर यकीन करता है. 

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मुखिया के एक गलत फैसले ने इस गांव को बना दिया हॉरर, जानें इसके पीछे की कहानी

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