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कुछ लोग बिना कुछ सोचे-समझे सोशल मीडिया पर कुछ भी लिख देते हैं. ऐसे में उन्हें रूस के रहने वाले इस शख्स की कहानी पढ़नी चाहिए, जिसे सिर्फ एक कमेंट के चक्कर में 4 साल जेल की सज़ा काटनी पड़ गई.

सोशल मीडिया के एक कमेंट से हो गई जेल.
आजकल ज़माना इंटरनेट और सोशल मीडिया का है. हर कोई अपने विचारों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के ज़रिये पहुंचाना चाहता है. हालांकि इसे लेकर भी कुछ गाइडलाइंस होती हैं, जिनका पालन करना ज़रूरी है. जो लोग इन गाइडलाइंस को हल्के में लेते हैं, उन्हें कुछ ऐसा भुगतना पड़ जाता है, जो उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होता.
यूं तो सभी अपने विचार सोशल मीडिया पर लिखते ही हैं लेकिन कुछ लोग बिना कुछ सोचे-समझे कुछ भी लिख देते हैं. ऐसे में उन्हें रूस के रहने वाले इस शख्स की कहानी पढ़नी चाहिए, जिसे सिर्फ एक कमेंट के चक्कर में 4 साल जेल की सज़ा काटनी पड़ गई. ये उन लोगों के लिए चेतावनी की तरह है, जो सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियां लिख देते हैं.
देश की सेना का किया था अपमान
ऑडिटी सेंट्रल की रिपोर्ट के मुताबिक 31 साल के एक रशियन आदमी को अपने एक कमेंट के चक्कर में 4 साल 4 महीने की जेल हो गई. शख्स का नाम एलेक्ज़ेडर पनासेंको है और उसने साल 2024 में रूसी अधिकारियों के खिलाफ एक कमेंट किया था. क्रेमेरोवो के रहने वाले एलेक्ज़ेंडर ने VKontakte के पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा था कि ‘वो रूसी सेना के प्रतीक को खरीदेगा और उस पर पेशाब करेगा, उसे फर्क नहीं है कि इससे किसे बुरा लगता है?’ St. George Ribbon रूस की मिलिट्री का सिंबल है, जिसका अपमान करने पर रूस में कड़ी सज़ा दी जाती है. बावजूद इसके पनासेंको ने जान-बूझकर ऐसा किया था.
4 साल 4 महीने की मिली सज़ा
इसके बाद क्रेमेरोवो की पुलिस ने जल्दी ही उसे ढूंढकर गिरफ्तार कर लिया. उस पर रूसी सेना के गौरव को नीचा दिखाने के लिए ट्रायल चलाया गया. आखिरकार कानूनन इस शख्स की एक टिप्पणी के बदले में उसे 4 साल 4 महीने की सज़ा दी गई है और अगले 3 साल तक सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करने की पाबंदी भी लगाई गई है.
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