Last Updated:
अफगानिस्तान में महिलाओं की जिंदगी को तो बंधनों में गुजरती ही है लेकिन मर्दों को भी कम टॉर्चर नहीं झेलना पड़ता. सोशल मीडिया पर यहां के मर्दों की मुश्किल जिंदगी लोगों के साथ शेयर की गई.

बच्चाबाजी के नाम पर टॉर्चर किये जाते हैं मासूम बच्चे (इमेज- फाइल फोटो)
अफगानिस्तान में तालिबान का राज है. उनके बनाए नियमों को ना मानना यानी मौत को न्योता देना. अभी तक दुनिया को सिर्फ इन तालिबानियों का महिलाओं के ऊपर किया जाने वाला जुल्म पता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस देश में मर्दों की क्या हालत होती है? क्या मर्द यहां खुश हैं? सोशल मीडिया पर अफगानिस्तान के मर्दों की जिंदगी की असलियत दिखाई गई. इसे देखने के बाद आपको समझ आएगा कि जिस देश में महिलाओं के ऊपर इतने जुल्म किये जाते हैं, वहां मर्दों को भी बक्शा नहीं जाता.
अफगानिस्तान में एक बहुत पुरानी परंपरा है. इसे बच्चाबाजी कहा जाता है. इस परंपरा के तहत मां-बाप कच्ची उम्र में अपने बच्चों को बेच देते हैं. इसके बाद इन बच्चों को लड़कियों की तरह तैयार किया जाता है. बड़े लोगों की महफ़िलों में ये बच्चे नाचने जाते हैं. उस पार्टी के बाद इन बच्चों को जो टॉर्चर झेलना पड़ता है, उसके बाद शायद ही कोई बच्चा लड़के के रुप में पैदा होना चाहेगा. एक के बाद इन मासूम लड़कों के ऊपर इतने जुल्म किये जाते हैं कि ये अपनी मौत का इंतजार करने लगते हैं.
परंपरा के नाम पर रेप
दरअसल, अफगानिस्तान में महिलाओं के ऊपर काफी पाबंदियां हैं. ऐसे में यहां पार्टियों में लड़कियां नाच दिखाने नहीं आती. ऐसे में बच्चों को ही लड़की की तरह तैयार कर पार्टियों में भेजा जाता है. इन पार्टियों में लड़कों की कीमत लगाई जाती है. जो सबसे ज्यादा पैसे देता है, वो अपने साथ बच्चे को ले जाता है. इसके बाद उसका जैसा मन होता है, बच्चे को टॉर्चर करता है. चाहे बच्चे के साथ रेप करना हो, उसे दूसरे मर्दों को बेचना हो आदि. कह सकते हैं कि बच्चाबाजी वो परंपरा है, जिसकी आड़ में मर्द इन मासूम बच्चों को बुरी तरह टॉर्चर करते हैं.
Leave a Comment