जौनपुर: यूपी में जौनपुर जनपद का देवचंदपुर वार्ड का ककोर गहना मोहल्ला इन दिनों सुर्खियों में है. इस बार यहां कोई सास-बहू का झगड़ा नहीं, न ही पति-पत्नी के बीच कोई मनमुटाव है. बल्कि वजह ये है कि बिजली की कटौती मुख्य वजह है. यहां मोहल्ले में बार-बार ट्रांसफार्मर जलने से लोगों में काफी नाराजगी है. इसके साथ ही यहां कई पत्नियां अपने पति को बिजली कटौती का ताना मारते हुए अपने मायके लौट गई.
पतियों को पत्नी दे रही ताना
यहां ककोर गहना मोहल्ले में लगा 100 केवी का ट्रांसफार्मर पिछले 6 महीनों में कई बार जल चुका है. गर्मी का मौसम, उस पर बिजली का न होना, यहां की महिलाओं के लिए असहनीय हो गया है. स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि कई पत्नियां अपने पतियों को ताना मारते हुए मायके लौट गई हैं. उनका कहना है कि ‘जब बिजली आएगी, तभी वह लौटेंगी.
सभासद की पत्नी ने घर छोड़ा
वहीं, सभासद शशि मौर्य की पत्नी रंजू देवी भी इस विरोध में शामिल हैं. वह भी ककोर गहना छोड़कर अपने मायके सुंगुलपुर मड़ियाहूं चली गई हैं. शशि मौर्य खुद मानते हैं कि बिजली की किल्लत और गर्मी की वजह से घर में रोजाना झगड़ा हो रहा था. जब व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो पत्नी ने साथ छोड़ना ही बेहतर समझा है. इसी मोहल्ले के निवासी राज कुमार की शादी 2 साल पहले हुई थी. राज कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी पिछले सप्ताह मायके चली गई और जाते-जाते कह गई थी कि जब तक बिजली नहीं आएगी. वह अपने मायके में ही रहेंगी.
ट्रांसफार्मर पर है अधिक लोड
वहीं, स्थानीय निवासियों का कहना है कि ट्रांसफार्मर की क्षमता से अधिक लोड लिया जा रहा है, जिससे वह बार-बार फेल हो रहा है. क्षेत्र की बिजली सप्लाई देवकली उपकेंद्र से होती है, जो सरायख्वाजा के अंतर्गत आता है, लेकिन लगातार शिकायतों और राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव तक गुहार लगाने के बाद भी अभी तक समाधान नहीं निकल पाया है.
बार-बार जल जाता है ट्रांसफार्मर
ऐसे में बिजली विभाग के कर्मचारी जब ट्रांसफार्मर सुधारने पहुंचे तो पता चला कि एक फेस काम नहीं कर रहा है. हालांकि इससे पहले भी ट्रांसफार्मर को बार-बार ठीक किया गया है, लेकिन कुछ ही समय बाद वह फिर जल जाता है.
बिजली कटौती बना सामाजिक संकट
गर्मी और बिजली की यह दोहरी मार स्थानीय लोगों के लिए अब सामाजिक संकट का कारण बन गई है. इससे न सिर्फ गृहस्थ जीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि मोहल्ले में असंतोष भी बढ़ता जा रहा है. बिजली की यह समस्या अब सिर्फ तकनीकी नहीं रही, बल्कि यह लोगों के संबंधों और सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करने लगी है.
यह पूरा मामला शासन-प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी लोगों के निजी जीवन को किस कदर प्रभावित कर सकती है. अगर समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो आने वाले दिनों में यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है. इससे यहां मोहल्ले के पुरुष ट्रांसफार्मर जलने से परेशान हैं.
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