एलियन कैसे दिखते हैं. यह ऐसा सवाल है जो वैज्ञानिकों से लेकर फिल्म निर्माताओं में समान रूप से कौतूहल पैदा करता रहा है. विज्ञान फंतासी में एलियन्स को लेकर कई तरह की कल्पनाएं की हैं, उन्हें कई फिल्मकारों ने रुपहले पर्दे पर साकार करने का प्रयास भी किया. पर असल में एलियन्स कैसे दिखते होंगे यह एक खुला सवाल है और आज भी इस पर मंथन और शोध जारी है. हाल ही में ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने इस पर काम किया है. ने एक ऐसी तस्वीर पेश की है जो रोंगटे खड़े कर देती है. उनके अनुसार, असली एलियन एक आँख वाला, आठ पैरों वाला झींगा जैसा प्राणी हो सकता है!
अच्छी नहीं लगेगी ये तस्वीर
यह डरावना चित्र लंदन के नेचुरल हिस्ट्री म्यूज़ियम में, 16 मई 2025 को खुलने वाली नई प्रदर्शनी “स्पेस: कैन लाइफ एक्सिस्ट बियॉन्ड अर्थ” में सामने आया है. यह खोज न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि यह भी बताती है कि अंतरिक्ष के कठिन माहौल में जीवन कितना विचित्र और डरावना हो सकता है, क्योंकि इसे तैयार करने में वैज्ञानिकों ने दूसरे ग्रहों के महौल का ख्याल रखा है.
एक संभावित तस्वीर
वैज्ञानिकों ने ओपन यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट्स की एक टीम से संपर्क किया और उन्हें बाहरी ग्रहों (एक्सोप्लैनेट्स) के हालात के आधार पर जीवन की संभावित तस्वीर बनाने को कहा. नतीजे में उन्हें मिला, एक आँख वाला झींगा जैसा प्राणी, जो देखने में जितना अजीब है, उतना ही डरावना भी.

एलियन के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि वे एक आंख वाले अंधे हो सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
क्यों दिखेगा एलियन झींगा जैसा?
यह सबसे अहम सवाल है कि क्योंकि एलियन्स के लिए पृथ्वी जैसा महौल उतना ही मुश्किल है, जितना की ब्रह्माण्ड में हूबहू दूसरी पृथ्वी का होना. एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट्स का मानना है कि अंतरिक्ष के कठिन माहौल में तापमान, दबाव, और रसायन सामान्य से कहीं ज़्यादा चरम हैं. वहां जीवित रहने के लिए प्राणियों को पृथ्वी पर सबसे कठिन परिस्थितियों में रहने वाले जीवों की तरह ढलना होगा.
चरम हालात के जीव
नासा के विशेषज्ञ भी मानते हैं कि पृथ्वी पर झींगा जैसे छोटे क्रस्टेशियन (जलजीव) उन प्राणियों के सबसे करीब हैं जो सौर मंडल के बाहर बाहरी ग्रहों पर रह सकते हैं. नासा ने पहले कैरिबियन सागर में दुनिया के सबसे गहरे हाइड्रोथर्मल वेंट्स में रहने वाले छोटे झींगों का अध्ययन किया है, जहां तापमान 400 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. उन्हीं से उन्हें एलियन के आकार का अंदाजा लगाने में मदद मिली है.

नासा का कहना है कि एलियन्स पृथ्वी के सबसे मुश्किल माहौल में रहने वाले जीवों जैसे हो सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
इन झींगों से क्या पता चला
ये झींगे चट्टानों से निकलने वाले गर्म पानी के ढेर में परत-दर-परत रहते हैं. उनके मुँह और विशेष रूप से विकसित गलफड़ों में बैक्टीरिया होते हैं. इन वेंट्स पर प्रचुर मात्रा में हाइड्रोजन सल्फाइड नाम की सड़े अंडों जैसी बदबू देने वाली एक रंगहीन गैस का उपयोग बैक्टीरिया जैविक पदार्थ बनाने के लिए करते हैं. ये झींगे अंधे होते हैं, लेकिन उनके सिर के पीछे थर्मल रिसेप्टर्स होते हैं, जो उन्हें सबसे ठंडा पानी खोजने में मदद करते हैं.
इसी आधार पर निकाल नतीजा
वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी पर सबसे कठिन परिस्थितियों में जीवित रहने वाले प्राणी ही एलियन जीवन से सबसे ज़्यादा मिलते-जुलते हैं. इसीलिए, बाहरी ग्रहों पर जीवन शायद इस एक आँख वाले, आठ पैरों वाले झींगा जैसे प्राणी की तरह होगा, जो न केवल विचित्र है, बल्कि अंतरिक्ष की क्रूर परिस्थितियों में जीवित रहने के लिए पूरी तरह अनुकूलित है.
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यह एलियन न तो प्यारा है और न ही दोस्ताना. सिनेड मैरन ने मज़ाक में कहा, “यह ऐसा एलियन है जिसे हम शायद घर वापस भेजना चाहेंगे.” यह खोज हमें सोचने पर मजबूर करती है कि अगर हम कभी एलियन से मिले, तो वह हमारी कल्पनाओं से कहीं ज़्यादा अजीब और डरावना हो सकता है. लंदन की इस प्रदर्शनी में यह मॉडल देखकर लोग निश्चित रूप से चौंक जाएँगे.
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