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हॉन्गकॉन्ग की हुआंग ने ताइवान में मरे हुए बच्चे को जन्म देकर अस्पताल के फ्रीजर में छोड़ दिया. कोर्ट ने उसे चार महीने की जेल की सजा दी, जो दो साल के लिए निलंबित रहेगी.

महिला ने मरे हुए भ्रूण को फ्रीजर में रख दिया. (प्रतीकात्मक फोटो: Canva)
कहते हैं, पूत कपूत सुने हैं पर न माता सुनी कुमाता. ये बात तो सच है, कि मां अपने बच्चों से कभी नफरत नहीं कर सकती. ममता का भाव उस महिला के अंदर भी होता है, जिसने मरे हुए बच्चे को ही क्यों न जन्म दिया हो. पर एक महिला ने तो हद ही पार कर दी. हॉन्गकॉन्ग से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. 2022 में हॉन्गकॉन्ग की एक महिला ने ताइवान में एक मरे हुए बच्चे को जन् दिया था. जन्म देने के बाद उसके शरीर को अस्पताल के फ्रीजर में छोड़कर वो गायब हो गई थी. शव त्यागने के अपराध में अब उसे दोषी ठहराया गया है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार 25 साल की हुआंग नाम की महिला 2021 में अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए ताइवान शिफ्ट हुई थी. 5 नवंबर, 2022 को, उसने 21 सप्ताह की गर्भावस्था में चीन मेडिकल यूनिवर्सिटी के संबद्ध अस्पताल में ताइचुंग में एक मृत बच्चे को जन्म दिया. मीडिया आउटलेट, चाइना टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हुआंग ने बच्चे के शरीर को अस्पताल के फ्रीजर में रखा और दिसंबर 10, 2022 से पहले उसे लेने और जमा राशि चुकाने के लिए एक अंतिम संस्कार कंपनी के साथ डील की. हालांकि, वह वापस नहीं लौटी और तभी से संपर्क से बाहर है.
महिला ने भ्रूण को फ्रिज में रखा
हुआंग को हाल ही में ताइवान पुलिस ने पकड़ा. उसके केस की सुनवाई अप्रैल में हुई. अदालत में हुआंग ने खुद को बचाव में यह कहकर इनकार किया कि उनके पास शव को त्यागने का कोई इरादा नहीं था. उसने दावा किया कि उसे अपनी गर्भावस्था का पता नहीं था जब तक कि उसने पेट की समस्या के लिए चिकित्सा सहायता नहीं मांगी. तब जाकर डॉक्टरों ने उसे सूचित किया कि भ्रूण, गर्भ में ही मर गया है. महिला ने कहा- “मैं अकेली थी और घर से दूर थी. मेरे पास पैसे नहीं थे और मदद के लिए कोई नहीं था. मुझे भोजन खरीदने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था.”
महिला ने सफाई में कही ये बात
हुआंग ने कहा- “मुझे अपने बच्चे की मौत के बाद सब कुछ कैसे संभालना है, इसका कोई पता नहीं था.” उन्होंने एक अंतिम संस्कार कंपनी के साथ दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने की बात स्वीकार की, लेकिन कहा कि वे इसके कंटेंट को नहीं समझ पाईं और कंपनी का नाम याद नहीं कर सकीं, क्योंकि वे अपने नुकसान से दुखी थीं. उनके वकील ने तर्क दिया कि मृत भ्रूण को 24 सप्ताह से कम उम्र होने के कारण मेडिकल वेस्ट समझा जाना चाहिए, न कि कोई शव. हालांकि, जज ने नोट किया कि मृत भ्रूण की तस्वीरें और हुआंग के चिकित्सा रिकॉर्ड दिखाते हैं कि यह एक अलग मानव रूप में विकसित हो गया था, जिसकी लंबाई 28 सेमी और वजन 0.345 किलोग्राम था.
कोर्ट ने सुनाई सजा
जज ने माना कि हुआंग एक अंतरराष्ट्रीय छात्रा हैं और फिलहाल आर्थिक और भावनात्मक संकट से गुजर रही हैं तो उनकी सजा को हल्का कर दिया जाए. इसके अलावा, उनके पास कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और उन्होंने अंतिम संस्कार गृह के साथ लंबित फीस का निपटारा कर लिया था. अदालत ने फैसला सुनाया कि हुआंग को चार महीने की जेल की सजा दी जाएगी, जो दो साल के लिए निलंबित रहेगी.
आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल…और पढ़ें
आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल… और पढ़ें
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