मां बनने की खुशी कई बार मुश्किल और बीमारियां लेकर भी आती है. ऐसा ही कुछ इंग्लैंड के केंट के थैनेट की 32 साल की नर्सरी टीचर बेक्का गॉडर्ड के साथ हुआ. बच्चा पैदा करने के बाद बेक्का पोस्ट-पार्टम डिप्रेशन और बिंग-ईटिंग डिसऑर्डर की शिकार हो गईं. इस अजीब बीमारी की वजह से खाने की सनक ऐसी हुई कि उनका वजन कंट्रोल करना मुश्किल हो गया. बेक्का खाना देखते ही भुक्खड़ों की तरह टूट पड़ती थीं. लेकिन बाद में उन्होंने खुद को इस बीमारी से बाहर निकालने का फैसला किया और अपनी जिंदगी बदल दी. उन्होंने तुर्की में £3,500 (4 लाख रुपए से ज्यादा) की गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी कराई. इस वजह से उनका 38 किलो वजन कम हो गया. वजन घटाने के बाद वे अब ज्यादा हेल्दी और खुश हैं.
बता दें कि बेक्का गॉडर्ड का वजन पोस्ट-पार्टम डिप्रेशन के बाद 90 किलो तक पहुंच गया था, जबकि उनकी लंबाई महज 5 फुट ही थी. बेक्का को बिंग-ईटिंग डिसऑर्डर था, जो खाने से जुड़ी दुर्लभ बीमारी है. वे बताती हैं, “मैं जब भी बोर होने लगती, खाना शुरू कर देती. मेरा पेट कभी भरा हुआ नहीं लगता था. खाना मेरी लत बन गई थी.” इतना ही नहीं, केक, बिस्किट और चॉकलेट उनकी कमजोरी थे, जिससे उनकी मेंटल हेल्थ और बिगड़ गई. 2010 में पहली बेटी के जन्म के बाद बेक्का का वजन जल्दी सामान्य हो गया था, लेकिन 2015 में दूसरी बेटी के बाद डिप्रेशन और वजन बढ़ने लगा. वे कहती हैं, “खुशी हो या गम, मैं खाने में सुकून ढूंढती थी.” 2017 में हेल्थ प्रॉब्लम्स और एक कार एक्सीडेंट ने उनकी हालत और खराब कर दी. 2021 में तीसरी बेटी के जन्म के बाद उनका वजन 90 किलो हो गया.
बेक्का बताती हैं, “मैं खाने पर निर्भर हो गई थी, तब तक खाती थी जब तक बीमार न पड़ जाऊं.” बेक्का को हाई ब्लड प्रेशर, फैटी लिवर और पीठ दर्द की शिकायत थी. वे बच्चों के साथ पार्क में खेल नहीं पाती थीं, क्योंकि सांस फूलने लगती थी. फिर भी, उन्होंने प्लस-साइज ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लिया और जीत हासिल की. लेकिन हालात बदलने के लिए उन्होंने 2024 की गर्मियों में तुर्की में गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी करवाई, जिसकी कीमत 4 लाख रुपए थी. क्रिसमस तक वे 38 किलो वजन घटाकर वो लगभग 50 किलो की हो गईं. छोटे साइज के कपड़े भी फिट होने लगे. बेक्का कहती हैं, “मुझे अपनी डाइट और खाने से रिश्ता पूरी तरह बदलना पड़ा. सर्जरी के बाद मेरा ब्लड प्रेशर ठीक हो गया, फैटी लिवर चला गया और पीठ दर्द खत्म हुआ.” पहले वे नाश्ते में टोस्ट, सीरियल और मिठाइयां, लंच में चिप्स और चॉकलेट, और डिनर में बड़ा खाना या टेकअवे खाती थीं.
हालांकि, सर्जरी के बाद अब वे नाश्ते में छोटा बाउल चीरियस, लंच में ट्यूना सलाद या सैल्मन और डिनर में 70 ग्राम चिकन, आलू और ढेर सारी सब्जियां खाती हैं. स्नैक्स में फल या प्रॉन्स लेती हैं और रोज 1.5 लीटर पानी पीती हैं. लेकिन कुछ लोग उनके वजन कम करने से खुश नहीं थे. बेक्का बताती हैं, “लोग कहते हैं, ‘तुम बहुत पतली हो गई हो, बीमार लगती हो.’ पहले कोई नहीं बोला कि मैं ‘बहुत मोटी’ हूं, तो अब ‘बहुत पतली’ क्यों?” फिर भी, बेक्का ने हार नहीं मानी. वे नवंबर 2025 में मिस बेरिएट्रिक पेजेंट में हिस्सा लेंगी, जो बेरिएट्रिक सर्जरी करवाने वालों को सेलिब्रेट करता है. बेक्का की तीन बेटियां (14, 9 और 4 साल) कहती हैं कि उनकी मम्मी अब ज्यादा मजेदार हैं. बेक्का बताती हैं, “मैं बच्चों के साथ फुटबॉल खेल सकती हूं बिना सांस फूले. मेरी मंझली बेटी स्कूल के स्पोर्ट्स डे में पेरेंट्स रेस के लिए उत्साहित है.”
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