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How to get rid of bat enters house: सागर और बुंदेलखंड में चमगादड़ की दो प्रजातियां मिलती हैं, जिन्हें अशुभ माना जाता है. ग्रामीण क्षेत्रों में इन्हें घर में देखना अपशगुन समझा जाता है और इन्हें मार दिया जाता है.

चमगादड़
हाइलाइट्स
- चमगादड़ को घर में देखना अपशगुन माना जाता है.
- चमगादड़ की उपस्थिति से घर वीरान हो सकता है.
- ग्रामीण क्षेत्रों में चमगादड़ को मार दिया जाता है.
How to get rid of bat enters house: उल्टा लटकने वाले और रात में घूमने वाले चमगादड़ आपने अक्सर ऐसी जगहों पर देखे होंगे जहां मानव का हस्तक्षेप कम होता है. ये हमें खंडहरों, किलों या पुराने पेड़ों पर दिखाई देते हैं, इसलिए इनको लेकर यह धारणा है कि ये जहां भी रहते हैं, उस जगह को वीरान कर देते हैं. इनकी ऊर्जा इतनी नकारात्मक होती है कि बड़े से बड़ा महल या घर बर्बाद हो जाता है.
सागर और बुंदेलखंड में आमतौर पर इनकी दो प्रजातियां देखने को मिलती हैं. एक बहुत छोटी होती है, जिसे बुंदेली में चिपरु कहते हैं, और बड़ी चमगादड़ नदी-तालाब के किनारे पेड़ों पर या खंडहरों में दिखती है. घरों में घुसने वाली छोटी चमगादड़ किसी भी जगह छिप जाती है और रात में उड़कर बाहर निकलती है.
चमगादड़ का घर में दिखाई देना कई परेशानियों का संकेत माना जाता है. जब घर के सदस्य इन्हें देख लेते हैं, तो वे उस जगह को गोबर या अन्य चीजों से बंद कर देते हैं, ताकि ये लौटकर न आ सकें या फिर इन्हें कपड़े से पकड़कर दूर छोड़ आते हैं. इसके बाद भी अगर ये आना बंद नहीं करते, तो इन्हें मार डालना ही उचित समझते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी ऐसा देखा जाता है. हिंदू पुराणों में भी चमगादड़ को शुभ नहीं माना गया है. पुराणों के अनुसार, चमगादड़ का घर में आना अपशगुन होता है.
सानौधा ग्राम पंचायत की निवासी दादी अम्मा बताती हैं कि इस पक्षी को बेहद अशुभ माना जाता है, जिस घर में ये दस्तक देते हैं, वहां बुरा होना शुरू हो जाता है. अगर ये गलती से भी किसी के घर में बसेरा कर लें, तो धीरे-धीरे बड़ा महल भी वीरान होकर खंडहर में बदल जाता है. कहते हैं कि ये पक्षी हमेशा अकेले रहना पसंद करता है ताकि कोई बाधा न आए. बुंदेली में कहते हैं कि ये उल्टा लटककर उजर ताकता है.

Seasoned journalist Dallu Slathia brings over 5 years of expertise in digital media, leading coverage across 4 states for Local18- MP, Jharkhand, Himachal Pradesh and Haryana. Her experience in digital journali…और पढ़ें
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