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जोधपुर में 31 मई की रात ब्लैकआउट किया गया और मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ. इस बीच एक बारात वहां से गुजर रही थी. मॉक ड्रिल को देखते हुए बारातियों ने कुछ ऐसा किया, जो पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया.

एक बारात ने किया सबको हैरान
हाइलाइट्स
- जोधपुर में ब्लैकआउट के दौरान अनुशासित बारात निकली.
- दूल्हे और बारातियों ने इलेक्ट्रॉनिक साधन बंद किए.
- अंधेरे में शांतिपूर्वक निकली बारात चर्चा का विषय बनी.
जोधपुर:- 31 मई की रात को जब पूरे जोधपुर शहर में अचानक अंधेरा छा गया, तब शहरवासियों ने एक अनोखा नजारा उस वक्त देखा, जब भीतरी क्षेत्र में निकाली जा रही एक बारात ने ब्लैकआउट के दौरान मॉक ड्रील का पूरी ज़िम्मेदारी और जागरूकता के साथ पालन किया और साथ में अपनी परंपरा निभाई.
ऑपरेशन शील्ड के तहत हुआ शहरव्यापी ब्लैकआउट
रात 8:26 पर पूरे जोधपुर में प्रशासन द्वारा ‘मॉक डील ऑपरेशन शील्ड’ के तहत ब्लैकआउट की घोषणा की गई थी. इस अभियान का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में नागरिकों की तैयारी और अनुशासन का परीक्षण करना था. आदेश के अनुसार, पूरे शहर की बिजली कुछ समय के लिए बंद कर दी गई, जिससे चारों ओर अंधेरा छा गया.
दूल्हे और बारातियों की जागरूकता ने जीता दिल
ऐसे में जोधपुर के भीतरी शहर क्षेत्र में एक बारात निकल रही थी. आमतौर पर शादियों में रोशनी, डीजे, बैंड-बाजा और उत्सव का माहौल होता है, लेकिन इस बारात ने कुछ अलग मिसाल कायम की. जैसे ही ब्लैकआउट शुरू हुआ, दूल्हे और बारातियों ने खुद ही अपने साथ लाई गई लाइट्स, म्यूजिक सिस्टम और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साधनों को बंद कर दिया.
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अंधेरे में निकली बारात बनी चर्चा का विषय
बारात अंधेरे में शांतिपूर्वक आगे बढ़ी और इस दौरान बारातियों ने रास्ते में मिलने वाले लोगों और दुकानदारों से भी अनुरोध किया कि वे ब्लैकआउट की पालना करें. बिना लाइट और शोरगुल के निकाली गई यह बारात अब शहर में चर्चा का विषय बन गई है. लोगों ने बारातियों की इस जागरूकता और अनुशासन की सराहना कर रहे हैं.
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