कहते हैं “नीम हकीम खतरा ए जान” आधे अधूरे डॉक्टर से सलाह नहीं लेनी चाहिए, नहीं तो जान का खतरा बन आता है. अक्सर हम छोटी छोटी समस्याओं के लिए लोगों की सलाह, या दवाई की दुकानों पर कोई चर्चित दवा खरीद कर खा लेते हैं. लेकिन ऐसा करना भी खतरनाक हो सकता है. एक महिला के साथ कुछ अजीब सा हुआ. उसे नींद ना आने की समस्या थी और वह इस तरह के उपाय करके भी हार चुकी थी. तभी उसकी मां ने एक अलग ही उपाय आजमाने की सलाह दी. नतीजा ये हुआ कि उसे जीते जीते स्वर्ग के दर्शन हो गए और दिल की घड़कन बढ़ने के कारण वह अस्पताल पहुंच गई.
पुरानी थी समस्या
अमेरिका के डलास की 30 वर्षीय मैडिसन बेकर को 2017 से नींद की समस्या थी. उन्होंने दवाइयाँ, दवा की दुकान के उपाय और नींद विशेषज्ञों की मदद ली. कुछ भी लंबे समय तक काम नहीं आया. आखिर उनकी मां ने एक उपाय सुझाया.
मां का सुझाया उपाय
2022 के अंत में उनकी माँ ने डेल्टा-8 टीएचसी वाली “गमी” या दवा दी. यह भांग का एक दवा जैसी गोली होती है जो हल्का नशा देती है. डेल्टा-8 कुदरती तौर पर बहुत कम मात्रा में होता है. ज्यादातर उत्पाद कृत्रिम हैं. ये अनियंत्रित हैं, इसलिए सामग्री और खुराक पर भरोसा नहीं किया जा सकता. 2023 के नए साल से पहले उनकी “गमी” खत्म हो गई. उन्होंने एक स्थानीय डिस्पेंसरी से अपनी माँ की सुझाई “गमी” और नींद के लिए खास “गमी” खरीदी. नए साल में अच्छी नींद की चाहत में, उन्होंने रात 9 बजे नींद वाली “गमी” खाई और बिस्तर पर चली गईं.
हैरानी की बात ये थी कि उनकी धड़कने तो बढ़ी, नज़र तक गई, लेकिन उन्हें दिल का दौरा नहीं पड़ा था. (तस्वीर: Instagram)
क्या हुआ उसका असर
एक घंटे से कम समय में, वह बिस्तर से उठ गईं. उनका दिल तेजी से धड़क रहा था. उन्हें घबराहट होने लगी. उन्हें लगा कि वह मरने वाली हैं. बेकर को जन्म से दिल की असामान्य लय की समस्या थी. उनका दिल अचानक 180 बीट प्रति मिनट से अधिक तेज धड़कता था. बेकर की पहले दिल की सर्जरी हो चुकी थी. टीएचसी भांग नशा पैदा करता है. यह दिल की धड़कन और रक्तचाप बढ़ा सकता है. इससे दिल पर दबाव पड़ता है.
तुरंत पहुंचाना पड़ा अस्पताल
बेकर ने टिकटॉक पर बताया, “मैं साँस नहीं ले पा रही थी. मुझे चक्कर आ रहे थे. मैं कमरे में चक्कर काट रही थी. मुझे लगा मैं मर रही हूँ.” वह अपनी माँ के बेडरूम तक रेंगते हुए गईं. उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया जहां बेकर की नजर चली गई. वह ऐंठने लगीं. डॉक्टरों ने तुरंत EKG किया. उन्हें जानलेवा दिल की समस्या की जाँच की.
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स्वर्ग के दर्शन का अनुभव
इस दौरान बेकर को स्वर्ग के दर्शन हुए. उन्होंने कहा, “मैंने आकाश में एक बड़ा भोज देखा. एक लंबी मेज थी. उस पर ढेर सारा खाना था. लोग उत्सव मना रहे थे. वे इंसान जैसे थे, लेकिन फरिश्तों की तरह.” उन्होंने कहा, “मैंने वह चमकदार रोशनी देखी, जिसके बारे में लोग बताते हैं.” डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें दिल का दौरा नहीं पड़ा था.
आखिरकार इलाज से बेकर बेहतर महसूस करने लगीं. उनकी नजर सामान्य हो गई. यह एक गंभीर पैनिक अटैक था. मृत्यु के निकट अनुभव गंभीर मनोवैज्ञानिक घटनाएं हैं. ये जानलेवा हालात, जैसे दिल का दौरा या गंभीर चोट के दौरान होती हैं. इनमें जीवंत दृश्य, शरीर से अलग होने की अनुभूति और शांति का अनुभव होता है. कई लोग चमकदार रोशनी का गलियारा देखते हैं. शोधकर्ताओं का मानना है कि इसमें ऑक्सीजन की कमी से मस्तिष्क में गलत सिग्नल पैदा हो सकते हैं. ये सिग्नल रोशनी की चमक पैदा करते हैं.
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