बैंक में खाता खुलवाने पहुंचा लड़का, लेकिन हो गया रिजेक्ट, वजह जान हो जाएंगे हैरान!

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18 साल का एक लड़का बैंक में खाता खुलवाने जाता है, लेकिन उसके अप्लिकेशन को रिजेक्ट कर दिया जाता है. फिर उसे ऐसी सच्चाई बताई जाती है, जिसे सुनकर पैरों तले जमीन खिसक जाए. 18 साल के लड़को को बताया गया कि 9 साल की उ…और पढ़ें

बैंक में खाता खुलवाने गया लड़का, हुआ रिजेक्ट, पता चला हैरान करने वाला सच!

दुनियाभर में कई लोग ऐसे हैं, जो अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए एजुकेशन लोन लेते हैं. यह लोन उन बच्चों के ऊपर मिलता है, जिन्हें आगे पढ़ाई करनी होती है. इसी चक्कर में एक लड़का बैंक में खाता खुलवाने पहुंचा. लेकिन उसकी अप्लिकेशन रिजेक्ट हो गई. बाद में उसे ऐसा सच पता चला, जिसे जानकर परिवार वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ? तो बता दें कि 18 साल के इस लड़के को 9 साल की उम्र से ही वित्तीय अपराधों (Financial Crimes) के लिए बैंक ने ब्लैकलिस्ट कर दिया था. मलेशिया के पेनांग में रहने वाले इस लड़के का नाम झोउ डेली (Zhou Deli) है. बता दें कि झोउ ने हाल ही में हायर एजुकेशन के लिए ATC कॉलेज में दाखिला लिया और उसका PTPTN (नेशनल हायर एजुकेशन फंड) लोन अगस्त 2025 में मिलने वाला था. लेकिन बैंक में ब्लैकलिस्ट होने की वजह से लड़के का भविष्य अधर में अटक गया है.

बता दें कि नेशनल हायर एजुकेशन फंड का पैसा सीधे छात्रों के बैंक खाते में आता है. इसके लिए उसे एक बैंक खाता खोलना था और यहीं से उसकी मुसीबतें शुरू हुईं. झोउ ने पहले पेनांग में नेशनल बैंक की शाखा में खाता खोलने की कोशिश की, लेकिन उसकी अर्जी ठुकरा दी गई. फिर उसने क्वींसबे मॉल में मेबैंक में कोशिश की. लेकिन वहां भी उसे अकाउंट नहीं खोलने दिया गया. बाद में उसे पता चला कि वह मलेशिया के बैंकिंग सिस्टम में “टिपिंग ऑफेंसिव” ब्लैकलिस्ट में है, जो 2016 से चली आ रही है. झोउ ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह जानकर मैं हैरान रह गया, क्योंकि जब मुझे ब्लैकलिस्ट किया गया, तब मैं सिर्फ 9 साल का था. मेरा कोई बैंक खाता भी नहीं था.” ब्लैकलिस्ट होने की वजह जानने के लिए उसने 11 मार्च को पेनांग की नेशनल बैंक शाखा में जाकर पूछताछ की. सेंट्रल क्रेडिट इंफॉर्मेशन सिस्टम (CCRIS) में उसका रिकॉर्ड चेक किया गया, जो पूरी तरह साफ था. इसके बाद बीते 13 मार्च को झोउ ने बायन बारू पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज की और 17 मार्च को दोबारा बैंक नेगारा (मलेशिया का सेंट्रल बैंक) गया. वहां सिक्योरिटी गार्ड्स ने उसे सलाह दी कि वह क्रेडिट इंफॉर्मेशन सर्विस (CTOS) रिपोर्ट चेक करे. झोउ ने रिपोर्ट भी चेक किया, लेकिन वहां भी कोई गलत रिकॉर्ड नहीं मिला.

क्या होता है टिपिंग ऑफेंसिव?
“टिपिंग ऑफेंसिव” ब्लैकलिस्ट का मतलब है गंभीर वित्तीय अपराध, जैसे मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद को फंडिंग या संदिग्ध लेन-देन की रिपोर्टिंग. मलेशियन चाइनीज एसोसिएशन के पेनांग पब्लिक कंप्लेंट्स ब्यूरो के प्रमुख हुआंग यीन (Huang Yien) ने मीडिया से बातचीत में सवाल उठाया, “एक 9 साल का बच्चा भला ऐसे अपराधों में कैसे शामिल हो सकता है?” उन्होंने झोउ के CCRIS रिकॉर्ड को दिखाया, जिसमें कोई खराब वित्तीय लेनदेन नहीं था. झोउ के पिता झोउ शुलिन ने कहा, “मेरी पत्नी हाउसवाइफ है. हम दोनों के अपने बैंक खाते हैं और हमने कभी कोई अपराध नहीं किया. अगर हमने कुछ गलत किया होता, तो क्या हम सामने आकर मदद मांगते?” अब PTPTN लोन के लिए खाता न होने की वजह से उसका भविष्य अधर में लटक गया है. बता दें कि मलेशिया में CCRIS और CTOS सिस्टम वित्तीय संस्थानों के लिए क्रेडिट हिस्ट्री चेक करने के मुख्य साधन हैं और “टिपिंग ऑफेंसिव” जैसी ब्लैकलिस्टिंग आमतौर पर तब होती है, जब कोई बड़ा वित्तीय अपराध हो. लेकिन झोउ का मामला इन सबसे अलग है. उसके खिलाफ न CCRIS में और ना ही CTOS में कोई रिकॉर्ड है, फिर भी वह ब्लैकलिस्ट में है. लेकिन कैसे? यह किसी को नहीं पता.

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