Last Updated:
एक रोचक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि बुरी आदतों का असर किस सटीक उम्र में शुरू होता है. उनके मुताबिक सिगरेट, शराब और कम कसरत की आदतें 36 की उम्र से सेहत पर बुरा असर डालती हैं. पहली बार है जब वैज्ञान…और पढ़ें

धूम्रपान और शराब की आदतें इंसान को सेहत पर कम उम्र से ही नुकसान पहुंचाने लगती हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
हाइलाइट्स
- बुरी आदतों का असर 36 साल की उम्र से शुरू होता है.
- सिगरेट, शराब और कम कसरत सेहत पर बुरा असर डालते हैं.
- रिसर्च के नतीजे एनल्स ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुए हैं.
इंसान को सेहत बनाने के लिए बहुत अनुशासित और कई बुरी आदतों से दूर रहना होता है. इनमें सिगरेट शराब का सेवन, सबसे प्रमुख और खतरनाक माना जाता है. वैज्ञानिक और डॉक्टर ये तो बताते हैं कि खराब आदतों और गड़बड़ लाइफस्टाइल इंसान को लंबे जीवन जीने से रोकती है. पर यह बताना मुश्कल है कि ऐसा कब से शुरू होने लगेगा. और इनके रहते समय के साथ सेहतमंद बने रहना भी मुश्किल होता चला जाता है. अब एक अनूठी रिसर्च में वैज्ञानिकों ने यह पता लगा लिया है कि आखिर किस उम्र में ये बुरी आदतें शरीर पर दिखाना शुरू कर देती हैं
कैसे की रिसर्च
इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम ने 1959 के बाद पैदा हुए सैंकड़ों बच्चों पर उनकी 61 साल की उम्र तक नज़र रख पड़ताल की. रिसर्च में उन्होंने एक चौंकाने वाला नतीजा मिला कि जो लोग नियमित तौर से शराब पीते हैं, सिगेरट पीते हैं , और बहुत ही कम कसरत करते हैं, उनमें बीमार होने या निराश होने की संभावना कम हो जाती है. और यह सब केवल 36 साल की उम्र में ही शुरू हो जाता है.
बुरा होने लगता है सेहत का हाल
फिनलैंड में लॉरिया यूनिवर्सिटी की डॉ. टिया केकेलेनेन का कहना है कि उनकी पड़ताल के नतीजों से पता चला है कि लंबे समय तक होने वाले नुकसान को रोकने के लिए सेहत संबंधी बर्ताव से जल्दी निपट लेना चाहिए. खराब आदतें आखिर में बुरी मानसिक और शारीरिक अवस्था में पहुंचा देती हैं. रिसर्च के नतीजे एनल्स ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुए हैं.

आजकल लाइफस्टाइल की समस्याएं लोगों में अधिक दिख रही है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
उस खास उम्र से ही
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सुस्त और गतिहीन लाइफस्टाइल कई तरह की सेहत संबंधी समस्याएं देती हैं जिनमें सबसे प्रमुख शारीरिक समस्याएं होती हैं. वहीं दूसरी तरफ धूम्रपान का संबंध मानसिक स्वास्थ्य से है और शराब का सेवन पूरी के पूरे स्वास्थ्य पर ही बुरा असर डालता है. पर शोधकर्ताओं का कहना हैकि अगर इन बुरी आदतों को मिडिलएज में यानी 36 साल से पहले ही छोड़ दिया तो बुढ़ापे में सेहत बेहतर रहेगी. केकेलेनेन का कहना है कि दिल के रोग और कैंसर से दुनिया में तीन चौथाई मौतें होती हैं. लेकिन केवल अच्छी लाइफ स्टाइल से इसका जोखिम काफी कम किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: गोल्फ के मैदान पर दिखा दुनिया का दूसरा सबसे जहरीला सांप, लंबाई से लोगों और एक्सपर्ट्स सभी हुए हैरान!
खास बात ये है कि शोधकर्ताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस दुष्चक्र से निकलना बहुत मुश्किल है क्योंकि डिप्रेशन और खराब सेहत वाले लोग इन बुरी आदतों को ज्यादा अपनाते हैं, जबकि इन आदतों की वजह से ही इंसान डिप्रेशन में जाता है और सेहत भी खराब कर लेता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि ये नतीजे केवल उन्हीं पर लागू होती है जो 1950 और 60 के दशक में पैदा हुए थे. आज के युवाओं की आदतें अलग है, इसलिए उनकी स्थिति अलग हो जाती है.
Leave a Comment