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कैप्सूल के आकार ये बंकर जमीन के नीचे छिपाए जाते हैं. इन बंकरों पर पर परमाणु बमों का असर नहीं होता है. बम गिरने पर उसकी गर्मी से सबकुछ तबाह हो जाता है. लेकिन इस बंकर पर गर्मी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.

दो से तीन महीने आराम से गुजार सकते हैं अंदर (इमेज- फाइल फोटो)
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति बनती जा रही है. जहां भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया वहीं अब पाकिस्तान ने जम्मू के अलावा कटरा की तरफ ड्रोन से हमला शुरू कर दिया है. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते टेंशन के बीच न्यूक्लियर अटैक की खबरें भी सामने आने लगी है. कई लोगों ने कयास लगाए हैं कि अगर स्थिति यूं ही बिगड़ती गई तो परमाणु हमले भी किए जा सकते हैं. इसे लेकर सोशल मीडिया पर स्थिति से निपटने की तैयारी करते लोग नजर आ रहे हैं.
परमाणु हमले की स्थिति में ना सिर्फ भारत बल्कि पाकिस्तान को भी अच्छा खासा नुकसान होगा. साथ ही पूरे एशिया पर भी इसका असर देखने को मिलेगा. जब विश्वयुद्ध के दौरान परमाणु बम गिराया गया था, उसके बाद से इसका असर अभी भी हिरोशिमा और नागासाकी पर देखा जाता है. वहां पैदा होने वाले बच्चों पर इसका असर देखने को मिलता था. जो लोग इस अटैक की चपेट में आए थे, वो तो जिंदा ही जल गए. अब परमाणु हमला होता है तो उससे बचने के लिए बंकर बनाए गए हैं. इसमें छिपने से आप परमाणु हमले से बच सकते हैं.
जमीन के नीचे छिपाए जाते हैं बंकर
कैप्सूल के आकार ये बंकर जमीन के नीचे छिपाए जाते हैं. इन बंकरों पर पर परमाणु बमों का असर नहीं होता है. बम गिरने पर उसकी गर्मी से सबकुछ तबाह हो जाता है. लेकिन इस बंकर पर गर्मी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. ऐसे में बंकर के अंदर छिपा इंसान बिलकुल सुरक्षित रहता है. जब परमाणु बम गिरेगा, तब अंदर बैठे शख्स का बाल भी बांका नहीं होगा. ये कैप्सूल कोई आम बंकर नहीं है. इसके अंदर कई तरह की सुविधाएं मौजूद है. अंदर आपको गद्देदार बेड से लेकर सोफा भी मिल जाएगा.
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