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Jhunjhunu News: हाथी पर शाही वेशभूषा में बैठा दूल्हा और पीछे-पीछे ऊंट गाड़ी में चल रहे बारातियों ने हर किसी का मन मोह लिया. राजस्थानी शाही अंदाज में निकली अजब-गजब बारात को हर किसी ने देखा.

झुंझुनूं में अनोखी बारात निकाली गई.
हाइलाइट्स
- झुंझुनूं में अनोखी बारात चर्चाओं में है.
- यहां दूल्हा हाथी पर सवार होकर बारात लेकर पहुंचा.
- राजस्थानी बारात को देखने के लिए लोग जुट गए.
झुंझुनूंः अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए लोग नए-नए तरीके अपना रहे हैं. इसी तर्ज पर राजस्थानी अंदाज में एक बारात लगाई गई. अनोखी बारात को राह चलते लोग मुड़-मुड़कर देखने लगे. बारात में दूल्हा किसी आलीशान कार या बग्घी पर नहीं बल्कि हाथी पर सवार होकर निकला. दूल्हे का शाही अंदाज और ऊंट गाड़ियों पर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचे बारातियों पर जिसकी नजर पड़ी. वह देखता रह गया.
झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ उपखंड के काकोड़ा ग्राम पंचायत के गोलियों की ढाणी से सूरजगढ़ के लोटिया मोड पर पहुंची. अनूठी बारात चर्चा हर जगह हो रही है. काकोड़ा पंचायत से योगेश झाझडिया की बारात ऊंट गाड़ियों पर सवार होकर लोटिया मोड़ पहुंची, जहां दुल्हन ममता के परिवार ने बारातियों का भव्य स्वागत किया. शादी में पुरानी परंपराओं और आधुनिकता का अनूठा संगम देखने को मिला. इस शादी में ना केवल पुरानी परंपराओं को जीवंत किया, बल्कि आधुनिक युग में सादगी और संस्कृति के मेल की मिसाल भी कायम की.
रंग-बिरंगे कपड़ों ने जमाया रंग
काकोड़ा पंचायत के गोलियों की ढाणी से शुरू हुई योगेश झाझडिया की बारात ऊंट गाड़ियों पर सवार होकर सूरजगढ़ के लोटिया मोड़ पहुंची. इन ऊंट गाड़ियों को फूलों और रंग-बिरंगे कपड़ों से सजाया गया था. जो पुरानी राजस्थानी परंपराओं की याद दिला रहा था, लेकिन असली आकर्षण तब रहा, जब दूल्हा योगेश ने पारंपरिक वेशभूषा में हाथी पर सवार होकर तोरण मारा. दुल्हन ममता के परिवार ने बारात का भव्य स्वागत किया, और इस दृश्य ने हर किसी का दिल जीत लिया.
मां की इच्छा थी अनोखी बारात हो
दूल्हे की मां, सुमन देवी ने कहा कि मैं हमेशा से चाहती थी कि मेरे बेटे की बारात कुछ अलग और यादगार हो. हमारी पुरानी परंपराएं आज भी उतनी ही खूबसूरत हैं, और हमने इसे जीवंत करने का फैसला किया. दूल्हे योगेश, दुल्हन ममता और दोनों परिवारों की साझा सोच का नतीजा था. दूल्हा योगेश झाझडिया एक पशु चिकित्सक हैं, जबकि दुल्हन ममता बीएससी की छात्रा हैं. इस जोड़ी ने ना केवल अपनी शादी को खास बनाया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि आधुनिकता के साथ परंपराओं को अपनाकर भी खुशियां बांटी जा सकती हैं.
चर्चाओं में आई बारात
अनोखी बारात ने सूरजगढ़ ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों में भी खूब सुर्खियां बटोरीं. बुजुर्गों को पुराने जमाने की यादें ताजा हो गईं, तो युवाओं ने इस अनोखे अंदाज को उत्साह के साथ अपनाया. स्थानीय लोगों ने इसे सादगी और संस्कृति के सम्मान का प्रतीक बताया.

माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर किया. वर्तमान में न्यूज़18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. राजनीति, क्राइम से जुड़ी खबरें लिखने में रूचि.
माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर किया. वर्तमान में न्यूज़18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. राजनीति, क्राइम से जुड़ी खबरें लिखने में रूचि.
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