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स्विट्जरलैंड के ज्यूरिक में एक अजीब मामला सामने आया है. यहां 68 साल की महिला अपने पड़ोस में रहने वाली एक औरत की पालतू बिल्ली को खाना खिलाया करती थी. महिला ने उसे मना भी किया, पर वो नहीं मानी. मामला कोर्ट तक पहु…और पढ़ें

महिला अपने पड़ोसी की बिल्ली को खिला रही थी. (प्रतीकात्मक फोटो: Canva)
अक्सर लोग प्यार-मोहब्बत में अपने घर के पास दिखने वाले जानवरों को खाना खिला देते हैं. अगर जानवर आवारा हो, तो वो उसी घर में रोज खाना मांगने पहुंच जाते हैं, लेकिन अगर वो पालतू हो, तो जानवर के मालिक इस बात से आपत्ति जताते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि कोई उनके पालतू जानवर को खराब खाना न खिला दे. स्विट्जरलैंड में भी एक महिला को इसी बात की आपत्ति थी. उसके पड़ोस में रहने वाली एक बुढ़िया आए दिन उसकी पालतू बिल्ली को खाना खिला देती. महिला ने मना भी किया पर वो नहीं मानी. ये सिलसिला 10 महीनों तक चलता रहा. फिर ये मामला कोर्ट पहुंच गया, पर वहां पर ऐसा फैसला सुनाया गया, जिसके बाद लोग हैरान हो गए.
ऑडिटी सेंट्रल न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार ज्यूरिक में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 68 साल की महिला अपने पड़ोस में रहने वाली एक औरत की पालतू बिल्ली को खाना खिलाया करती थी. पर ये बात बिल्ली की मालकिन को नहीं पसंद आती थी. उसने कई बार मना भी किया, पर उस महिला ने नहीं माना. मालकिन को लगता था कि बुढ़िया उसकी बिल्ली को चुराना चाहती है.

ज्यूरिक का ये मामला लोगों को चौंका रहा है. (फोटो: Canva)
पड़ोसी की बिल्ली को खिलाती थी खाना
सिर्फ खाना ही नहीं, महिला ने तो उसके लिए अपने घर के दरवाजे में छोटा सा दरवाजा भी बना दिया, जिससे बिल्ली जब मन चाहे तब आ जाए. नतीजा ये हुआ कि बिल्ली अपने घर आना ही बंद कर दी, इस वजह से मालिकों का खाना बर्बाद जाने लगा, जो वो बिल्ली के लिए बनाते थे. महिला ने बुढ़िया के खिलाफ एक क्रिमिनल कंप्लेंट दर्ज करवाया. सरकारी वकील ने आरोपी को मुआवजे के तौर पर 800 स्विस फ्रैंक (81 हजार रुपये) चुकाने का आदेश दिया और साथ ही अनुचित व्यवहार के लिए 3600 स्विस फ्रैंक (3.6 लाख रुपये) जुर्माना तय किया. महिला ने पैसे चुकाने से मना कर दिया तो मामला कोर्ट पहुंच गया.
दोनों पार्टियों ने आपसी बातचीत से सुलझाया मामला
अब अजीबोगरीब बात ये है कि स्विस कानून के अनुसार कभी-कभी किसी की बिल्ली को खाना खिलाना कोई अपराध नहीं है, मगर लगातार ऐसा करने से कानूनी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं क्योंकि बिल्लियों को अपने मालिक की नीजि संपत्ति माना जाता है. उन्हें खाने का लालच देकर अपनी तरफ करना अनुचित व्यवहार माना जाता है. पर इस मामले में उल्टा ही हो गया. महिला ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को गलत बताया. पिछले हफ्ते दोनों पड़ोसी ज्यूरिक जिला आदलत, अपने-अपने वकीलों के साथ पहुंचे और इस मामले के लिए हल खोजने लगे. उनकी मीटिंग बंद दरवाजे में हुई. अंदर क्या बातें हुईं, कोई नहीं जानता, मगर नतीजा सुनकर लोग हैरान हो गए. दोनों के लिए सेटलमेंट हो गया, जिसके तहत बिल्ली को बुढ़िया के हवाले कर दिया गया और पुरानी मालकिन ने आपराधिक शिकायत वापिस ले ली.
आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल…और पढ़ें
आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल… और पढ़ें
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