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How Hidden Treasure Found in Forest: जंगल में घूमने गए दो घुमक्कड़ लोगों की नज़र वहां पत्थरों के बीच से दिख रहे एक रहस्यमयी डिब्बे पर पड़ी. उन्हें बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि उसके अंदर उन्हें कोई खज़ाना मिल जा…और पढ़ें

जंगल में मिला खज़ाना. (Credit-Museum of Eastern Bohemia)
कल्पना कीजिए कि आप जंगल में घूम रहे हैं, हरी-भरी वादियों का लुत्फ उठा रहे हैं और अचानक आपकी नजर एक चमकदार एल्यूमिनियम के डिब्बे पर पड़ती है. ये डिब्बा पत्थरों के बीच से झांक रहा हो तो उत्सुकता बढ़ जाती है. यही हुआ चेक गणराज्य के क्रकोनोशे पहाड़ों में दो सैर-सपाटा करने वालों के साथ. उनकी कहानी किसी फिल्म जैसी है और उन्होंने जो ढूंढ निकाला, वो कोई मामूली चीज़ नहीं थी.
जंगल में घूमने गए दो घुमक्कड़ लोगों की नज़र वहां पत्थरों के बीच से दिख रहे एक रहस्यमयी बॉक्स पर पड़ी. उन्हें बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि उसके अंदर उन्हें कोई खज़ाना मिल जाएगा. दोनों ट्रैवलर्स ने अपना नाम नहीं बताया है लेकिन उन्होंने बॉक्स के अंदर मिली चीज़ों को दौड़कर आर्कियोलॉजिकल विभाग के वैज्ञानिकों को दिखाया.
क्या था डिब्बे के अंदर?
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक इस डिब्बे में कोई एक चीज़ नहीं बल्कि पूरा खज़ाना मिला. 10 सोने के कंगन, 17 सिगार के डिब्बे, एक पाउडर कॉम्पैक्ट, एक कंघी, और सबसे हैरान करने वाली चीज—598 सोने के सिक्के! जी हां, इतना सोना कि उसका वजन ही 8 पाउंड यानि 3.7 किलोग्राम है. इन सिक्कों की कीमत 80 लाख चेक कोरुना यानि लगभग 3 करोड़ रुपये आंकी जा रही है. इसके अलावा भी डिब्बे में सिगार के डिब्बे हैं, जो अभी तक बंद हैं. कोई नहीं जानता कि उनके अंदर क्या रहस्य बंद है.
कैसे मिला खजाना?
घूमने गए दो ट्रैवेलर्स जंगल में एक शॉर्टकट ले रहे थे. इसी बीच उनकी नजर इस रहस्यमयी डिब्बे पर पड़ी. उन्होंने इसे खोला और सोने-चांदी की इतनी चीज़ें देखकर दंग रह गए. बिना देर किए, उन्होंने यह खजाना पास के ह्राडेक क्रालोवे शहर के पूर्वी बोहेमिया संग्रहालय में जमा कर दिया. संग्रहालय के पुरातत्व विभाग के प्रमुख मिरोस्लाव नोवाक ने बताया कि खोजकर्ता बिना अपॉइंटमेंट सिक्के लेकर विशेषज्ञ के पास पहुंचे. इसके बाद हमारी टीम ने उस जगह की जांच करनी शुरू कर दी.
डिब्बे में था सोना ही सोना. (AI Generated)
खजाने का रहस्य सुलझाने की कोशिश
ये पता लगाया जा रहा है कि खजाना कितना पुराना है? एक सिक्के पर 1921 की तारीख मिली यानि ये कम से कम 100 साल पुराना है. नोवाक का मानना है कि यह खजाना शायद द्वितीय विश्व युद्ध से पहले या 1945 के आसपास छुपाया गया होगा. खास बात यह है कि इस खजाने में एक भी स्थानीय सिक्का नहीं है. आधे सिक्के बाल्कन क्षेत्र से हैं और आधे फ्रांस से. कुछ सिक्कों पर पूर्व यूगोस्लाविया के निशान हैं, जो 1920 या 1930 के दशक में बनाए गए थे. स्थानीय लोग अलग कहानियां बता रहे हैं. उनका कहना है कि यह खजाना कुक्स एस्टेट के धनी स्वीर्ट्स-श्पोर्क परिवार का हो सकता है तो कुछ ने कहा कि ये चेकोस्लोवाक सैनिकों के लूटे हुए हो सकते हैं.
फिलहाल संग्रहालय इस खजाने का और अध्ययन कर रहा है. बंद सिगार डिब्बों को खोलने और बाकी चीजों की धातु जांच करने के बाद इसकी सही कीमत पता चलेगी. चेक कानून के मुताबिक खजाना स्थानीय प्रशासन की संपत्ति है, लेकिन खोजकर्ताओं को इसकी कीमत के आधार पर इनाम मिलेगा.
News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा…और पढ़ें
News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा… और पढ़ें
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