महिला के नाक पर निकला पिंपल, धीरे-धीरे बन गया छेद, भागकर गई डॉक्टर के पास, सच्चाई जानते ही उड़े होश!

कई बार हम अपने चेहरे पर होने वाले दाग-धब्बों को सामान्य समझने की भूल कर बैठते हैं. लेकिन ये दाग-धब्बे कई बार बड़ी और खतरनाक बीमारियों का संकेत देते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानने के बाद आप इन दाग-धब्बों और पिंपल्स को हल्के में नहीं लेगें. दरअसल, यूनाइटेड किंगडम की रहने वाली 35 साल केरी-ऐन बकैल के नाक पर अक्सर दाने निकल आते थे. केरी को लगता था कि वो मामूली पिंपल्स हैं. ऐसे में वो उस फूंसी को नोंच देतीं. लेकिन वो फूंसी बार-बार निकल आती. बाद में वो छोटी सी फूंसी ने खतरनाक रूप ले लिया. उसकी वजह से केरी के नाक पर एक छोटा सा होल बन गया. ऐसे में वो इलाज के लिए भागकर डॉक्टर के पास पहुंच गईं. लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद जो सच्चाई बताई, उसने केरी के होश उड़ा दिए.

मामला साल 2021 का है, जब पहली बार केरी-ऐन ने अपनी नाक पर लाल, मवाद भरा दाना देखा. उन्होंने इसे सामान्य पिंपल समझकर फोड़ा, लेकिन तीन हफ्तों तक यह बार-बार उभरता रहा. सेलिब्रिटी हेयरस्टाइलिस्ट केरी-ऐन को चिंता हुई और उन्होंने डॉक्टर से सलाह ली. डॉक्टर ने तुरंत डर्मेटोलॉजिस्ट के पास भेजा और बायोप्सी की सलाह दी. इंटरनेट पर सर्च करने पर ‘स्किन कैंसर’ शब्द सामने आया, लेकिन केरी-ऐन ने खुद को समझाया कि यह सिर्फ पिंपल है. उन्होंने That’s Life मैगजीन को बताया, “मैं हमेशा SPF इस्तेमाल करती थी और धूप में भी बाहर कम ही निकलती थी.” हालांकि, केरी को जब ये समस्या हुई, तब लॉकडाउन लगा हुआ था. लेकिन इसके बावजूद उनकी जांच जल्दी हुई. जांच के बाद बोयप्सी रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ, उसे देखकर केरी के पैरों तले जमीन खिसक गई.

बायोप्सी से पता चला कि यह बेसल सेल कार्सिनोमा है, एक आम स्किन कैंसर, जो ब्रिटेन में हर साल 75,000 लोगों को होता है. उन्होंने कहा, “मैंने पढ़ा था कि सनबाथ के शौकीन लोगों को स्किन कैंसर होता है, लेकिन मैं ऐसी नहीं थी. फिर कैसे हुआ? डायग्नोसिस ने मुझे हिलाकर रख दिया.” इसके बाद डॉक्टरों ने केरी का इलाज शुरू किया. बायोप्सी से दाना हटाया गया और केरी-ऐन ठीक हो गईं. लेकिन नवंबर 2024 में उनकी नाक पर फिर से दाना उभरा, इस बार दोगुना बड़ा. 10 महीने के बेटे एल्बी की सिंगल मॉम केरी-ऐन ने इसे फोड़ा, लेकिन खून निकलने लगा. इसके बाद वो फिर से हॉस्पिटल गईं, तो डर्मेटोलॉजिस्ट ने पुष्टि की कि कैंसर वापस आ गया. इस बार ऑपरेशन से उनकी नाक पर बड़ा काला छेद हो गया, जिससे वे बहुत परेशान हुईं. उन्होंने बताया, “यह बहुत बड़ा था, मुझे अपनी शक्ल देखकर शर्मिंदगी होती थी.”

केरी-ऐन की नाक अब ठीक हो चुकी है. उन्होंने हाल ही में ट्राइकोलॉजी का कोर्स किया और अपना हेयर सैलून खोला. अब वे क्लाइंट्स के स्कैल्प की जांच करती हैं, ताकि स्किन कैंसर के लक्षण पकड़ सकें. उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता था कि स्किन कैंसर सामान्य दाने जैसा हो सकता है.” वे अब सूरज से बचाव के लिए सनस्क्रीन और जागरूकता फैलाती हैं. उनका मानना है कि धूप में चमक भले मिले, लेकिन यह जानलेवा हो सकती है. कैंसर रिसर्च UK के मुताबिक, 90% स्किन कैंसर सनबर्न या सनबेड से होते हैं. सिर्फ 5 बार धूप में निकलने से खतरा बढ़ जाता है. मेलानोमा सबसे खतरनाक है, जो गहरी त्वचा में फैलता है, जबकि बेसल सेल कार्सिनोमा धीमा और इलाज योग्य है. इसके लक्षणों में लगातार खून बहने वाला दाना, गहरे रंग का उभार, या खुरदरी त्वचा शामिल हैं.

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